वाराणसी, 14 अक्टूबर 2022 : मुख्यमंत्रीयोगी आदित्यनाथ नेकहा कि भारतएकजुटता से ब्रिटेनको पीछे छोड़करपांचवीं सबसे बड़ीअर्थव्यवस्था बन गयाहै। हम तीसरीसबसे सबसे बड़ीअर्थव्यवस्था बनने कीओर अग्रसर हैं।वह दिन दूरनहीं कि हमएक दिन दुनियाकी सबसे बड़ीअर्थव्यवस्था होंगे। यह सबहुआ है प्रधानमंत्रीनरेन्द्र मोदी केनेतृत्व में आगेबढ़ रहे हैं।इसी का परिणामहै कि आजदुनिया में जहांभी कोई समस्याआती है तोलोग उससे निबटनेके लिए भारतकी तरफ आशाभरी नजरों सेदेखतें हैं। हमएक भारत श्रेष्ठभारत बनाने कीदिशा में आगेबढ़ रहे हैं।
योगी नेये बातें सारनाथस्थित बुद्धा थीमपार्क सभागार मेंआयोजित एनआइडी फाउंडेशन केसद्भावना कार्यक्रम के वाराणसीचैप्टर में कही।इस दौरान विभिन्नमठ मंदिरों केसंत महात्मा, विद्वानआदि मौजूद रहे।फाउंडेशन में भागलेने के लिएपंजाब, नेपाल आदि स्थानोंसे लोग पहुंचेथे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथने लोगों काआह्वान करते हुएकहां कि प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदी केनेतृत्व में देशको 'एक भारतश्रेष्ठ भारत' बनाने केलिए सभी कोसहभागी बनना होगा।निश्चित रूप सेआने वाले समयमे प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी के नेतृत्वमें भारत दुनियाकी महाशक्ति बनेगाऔर विश्व कल्याणका नेतृत्व करेगा।भारत ने ब्रिटेनको पछाड़कर दुनियाकी चौथी अर्थव्यवस्थाबनी है, शीघ्रही यह दुनियाकी तीसरी अर्थव्यवस्थाबनने वाला है।उन्होंने विशेष रूप सेजोर देते हुएकहा कि यदिदेश के 135 करोड़लोग मिलकर कार्यकरें तो भारतशीघ्र ही विश्वका पहला अर्थव्यवस्थाबन जाएगा।
उत्तर प्रदेश केमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथअपने एक दिवसीयदौरे पर शुक्रवारको 101 वीं बारवाराणसी पहुंचे। भगवान बुद्धकी उपदेश स्थलीसारनाथ स्थित बुद्धा थीमपार्क सभागार मेंहैर्टफेल्ट द लिगेसीऑफ फेथ वएनआईडी फाउंडेशन, नई दिल्लीद्वारा आयोजित 'सद्भावना वाराणसीअध्याय' कार्यक्रम में मुख्यअतिथि के रुपमें शिरकत किये।
उन्होंने लोगों कोसंबोधित करते हुएकहा कि भारतदुनिया में एकबहुत बड़े ताकतवरदेश के रूपमें उभर रहाहैं। यह सौभाग्यकी बात हैकि देश कानेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केहाथों में हैं।जिन्होंने वैदिक उद्घोष कोअपने जीवन काहिस्सा बनाया है। उन्होंनेकहा कि एकनेता एक लंबेसमय तक जनविश्वास को कायमनहीं रख सकता।यह चुनौती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जोकहते हैं, वहीकरते हैं औरजो भी कहतेहैं, वही बोलतेहैं। 2014 में प्रधानमंत्रीबनने के बादउन्होंने 'सबका साथसबका विश्वास' कीघोषणा की थी।इससे बड़ा सद्भावनाऔर क्या होसकता है। निःशुल्कआवास, स्वास्थ्य सुविधाएं, रोजगार के अवसर, बैंकों में जनधनखाता खोलने अन्यसरकारी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभसमाज के सभीलोगों को प्राप्तहुआ और मिलरहा है। इसमेंकोई जात-पात, धर्म और समुदायको नहीं देखागया।
भगवान राम सर्किटव कृष्ण सर्किटका कार्य होरहा है
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथकहा कि अहिल्याबाईने श्री काशीविश्वनाथ मंदिर का पुनर्निर्माणकराया, महाराजा रणजीत सिंहने इसे स्वर्णमंडित कराया औरप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेइसका विस्तार करमां गंगा काबाबा श्री विश्वनाथसे मिलन कराया। वैश्विक मंच परभारत के महापुरुषोंव महान विभूतियोंको जो पहचानआज मिल रहाहै, पूर्व मेंसंभव नहीं रहा।भगवान राम सर्किटव कृष्ण सर्किटका कार्य होरहा है। उन्होंनेकहा कि 'सबकासाथ सबका विश्वास' का मंत्र भीसद्भावना का हीमंत्र है औरप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केनेतृत्व में 135 करोड़ जनताके विश्वास काप्रतीक बना है। पुस्तक मोदी@20 ड्रीम्सडिलीवरी एवं सतनामसिंह चीफ फेड्रलएनआइडी फाउंडेशन की ओरसे प्रस्तुत कीगई
इससे पूर्वउन्होंने नरेन्द्र मोदी केजीवन पर आधारितडा. भरत बराईद्वारा लिखित पुस्तक मोदी@20 ड्रीम्स डिलीवरी एवं सतनामसिंह चीफ फेड्रलएनआइडी फाउंडेशन की ओरसे प्रस्तुत कीगई पुस्तक हार्टफेल्टदी लिगेसी आफफेथ को विमोचनकिया। इससे पूर्वउन्होंने दीप प्रज्वलितकर कार्यक्रम कीविधिवत शुरुआत की। इसदौरान मुख्यमंत्री योगीआदित्यनाथ ने विश्वविद्यालयके चांसलर द्वाराकाशी के आर्थिकरूप से कमजोरएवं मेधावी सिखछात्रों को चंडीगढ़विश्वविद्यालय में प्रवेशलिये जाने पर 64 करोड़ रुपये की दियेजाने वाली छात्रवृत्तिकार्यक्रम शुरूआत की। इसअवसर पर उन्हेंसिरोपा भेंट कियागया।
कार्यक्रम में पंजाबनिर्मल संप्रदाय के कमलजीतसिंह, पातालपुरी केमहंत बालक दासजी, स्वामी कृष्णानंदशास्त्री, संकट मोचनके महंत विश्वंभरनाथ मिश्र, श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिरके पूर्व महंत, स्वामी कृष्णानंद शास्त्री सहितअन्य लोगों नेसंबोधित किया। मुख्यमंत्री कास्वागत कार्यक्रम संयोजक एवंअध्यक्ष सिंधु पैट्रन, एनआईडीफाउंडेशन सतनाम सिंह संधूने किया।
कार्यक्रम में उत्तरप्रदेश के स्टांपएवं न्यायालय पंजीयनशुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, अध्यक्ष जिला पंचायतकिरण मौर्य, महापौरमृदुला जायसवाल, पूर्व मंत्रीएवं विधायक डॉक्टरनीलकंठ तिवारी, विधायक टी0राम, कमिश्नरकौशल राज शर्मासहित काशी केप्रबुद्धजन, महंत एवंपंजाब, दिल्ली, मुंबई, नेपालके प्रबुद्धजन भीशामिल हुए।
तत्पश्चात मुख्यमंत्री योगीआदित्यनाथ 89 वीं बारश्री काशी विश्वनाथमंदिर एवं काशीके कोतवाल कालभैरव मंदिर मेंविधिवत दर्शन पूजन किया।निरीक्षण के दौरानउन्होंने कॉरिडोर को भीदेखा और मंदिरमें आने वालेभक्तों को बेहतरसुविधा उपलब्ध कराए जानेहेतु मौके परमौजूद अधिकारियों कोनिर्देशित किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथका काशी केप्रति विशेष लगावहै। प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी का संसदीयक्षेत्र होने केचलते उनका लगावऔर भी बढ़गया। श्रीकाशी विश्वनाथधाम के चलतेवह हर माह कमसे कम दोबार काशी आए। 88 बार बाबा विश्वनाथदरबार में हाजिरीलगा दर्शन-पूजनकिया और निर्माणकार्य की समीक्षाकी। बतौर मुख्यमंत्रीउन्होंने 68 महीने के कार्यकालमें 100 बार काशीका दौरा किया।
बनारस विकास का "मॉडल" यूं हीनहीं बन गया, इसके पीछे उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्रीयोगी आदित्यनाथ कीवाराणसी की धुआंधारयात्रा रही है।मुख्यमंत्री योगी औसतनमहीने में एकबार या फिरकभी-कभी दोबार काशी कीयात्रा जरूर करतेहैं।
मुख्यमंत्री योगी प्रधानमंत्रीके ड्रीम प्रोजेक्टश्रीकाशी विश्वनाथ धाम केनव्य व भव्यस्वरूप के नवनिर्माणकी पहली सेआखरी ईंट तकके गवाह रहेहैं। इतना हीनहीं वाराणसी केअपने दौरों कोविकास और कानूनव्यवस्था की समीक्षाबैठक तक हीसीमित नहीं रखतेहैं बल्कि हरविकास कार्यों कास्थलीय निरीक्षण करते हैं, जिससे जनता सेजुड़े विकास केकाम अपने तयसमय और गुणवत्ताके साथ पूरेहों। सीएम सनातननगरी के कायाकल्पमें शहर कीपौराणिक पहचान को कायमरखने के लिएहर योजना परस्वंय पैनी नजररखते हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथवर्ष 2017 में 6 बार, वर्ष 2018 में 22 बार, वर्ष 2019 में 23 बार, वर्ष 2020 में 13 बार, वर्ष 2021 में 23 बार, वर्ष 2022 में 11 अक्टूबर तक 13 बारकाशी का भ्रमणकर चुके हैं।वहीं मुख्यमंत्री योगीआदित्यनाथ ने 26 मई 2017 सेलेकर 11 अक्टूबर 2022 तक 89 बार बाबाकाशी विश्वनाथ मंदिरमें बाबा कीपूजा अर्चना कीहै।
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