नए साल के मौके पर तंज भूकंप के झटकों से जापान की धरती कांप उठी। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक, पश्चिमी तट के पास रिक्टर पैमाने पर 7.6 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।
इसके बाद सुनामी का अलर्ट भी जारी कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, इशिकावा, निगाटा और टोयामा प्रान्त के तटीय क्षेत्रों में सुनामी की चेतावनी जारी की है। इन जगहों पर समुद्र की लहरें कई मीटर ऊंची उठ रही हैं।
जापान के सरकारी प्रवक्ता हयाशी योशिमासा ने मीडिया को बताया कि कुछ घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और बचाव कार्यों में मदद के लिए सेना की टुकड़ियों को भेजा गया है। साथ ही, उन्होंने कहा कि अधिकारी अभी भी नुकसान की सीमा का आकलन कर रहे हैं।
जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अधिकारी ने बताया कि 7.6 तीव्रता का यह भूकंप 1885 के बाद से इशिकावा में नोटो प्रायद्वीप क्षेत्र में दर्ज किया गया सबसे बड़ा भूकंप है।
जापान में भीषण भूकंप के बाद दक्षिण कोरिया का पूर्वी तट पर भी ऊंची लहरें उठने लगी हैं। बचाव के सभी पैमानों पर काम किया जा रहा है।
जापान में भारतीय दूतावास ने तीव्र भूकंप और सुनामी की चेतावनी के बाद भारतीय नागरिकों के लिए आपातकालीन संपर्क नंबर जारी किए हैं।
जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अधिकारी ने कहा है कि तीव्र भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में आग, भूस्खलन का खतरा बढ़ रहा है।
जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अधिकारी के मुताबिक, सितंबर 2018 के बाद पहली बार 7 की तीव्रता के साथ भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।
11 मार्च, 2011 के बाद यह पहली बार इतनी बड़ी सुनामी की चेतावनी जारी की गई है।
जापान ने इशिकावा और टोयामा प्रांतों के लिए एक और भूकंप की चेतावनी जारी की गई है।
भूकंप के बाद परमाणु ऊर्जा संयंत्रों की जांच की गई। जापान परमाणु विनियमन प्राधिकरण अधिकारी ने बताया कि भूकंप और सुनामी से प्रभावित क्षेत्रों में परमाणु ऊर्जा संयंत्रों से रेडियोधर्मिता के रिसाव का कोई खतरा नहीं है।
जापान में आए भीषण भूकंप के बाद दक्षिण कोरिया के पूर्वी गैंगवोन प्रांत ने तट के पास के निवासियों को ऊंचे स्थानों पर चले जाने की चेतावनी दी।
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