रिपोर्ट - आदेश शुक्ला
कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप कम हो रहा है। कुछ जिलों में हालात अभी भी चिंताजनक हैं। ब्लैक फंगस भी कहर बरपा रहा है। बावजूद इसके जो दौर राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश की जनता ने अप्रैल में देखा उससे मई में हालात नियंत्रित थे और अब जून में स्थिति कुछ और काबू में आने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को टीम-9 के साथ समीक्षा बैठक में कोरोना कर्फ्यू पर प्रमुखता से चर्चा की और इस दौरान कोरोना कर्फ्यू में ढील देने पर सहमति बनी। प्रदेश में एक जून से उद्योग, दुकान तथा बाजारों को राहत दी जाएगी।
सरकार फेस वाइस अनलॉक करेगी।
प्राथमिकता के आधार पर छूट दी जाएगी।
धीरे-धीरे इसका दायरा भी बढ़ाया जाएगा।
प्रदेश में एक मई से कोरोना कर्फ्यू लागू है जिसमें एक जून से आंशिक ढील दी जाएगी।
अधिक एक्टिव केस वाले जिलों में राहत नहीं मिलेगी।
उत्तर प्रदेश में सभी जगह 33 प्रतिशत उपस्थिति के साथ सरकारी तथा प्राइवेट कार्यालय भी खोले जाएंगे।
प्रदेश में नाइट कर्फ्यू फिलहाल लागू रहेगा।
इसमें रात आठ बजे से अगले दिन सुबह सात बजे तक तमाम पाबंदियां जारी रहेंगी।
प्रदेश में अब 24 घंटे में दो हजार तक नए संक्रमित आने से इसका प्रभाव कुछ कम होने लगा है। रिकवरी रेट भी 97 प्रतिशत तक पहुंचने के बाद अब सरकार जनता को राहत देने के मूड में है। प्रदेश में कोविड पॉजिटिविटी रेट 22 से घटकर एक प्रतिशत रह गई है।
कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप कम करने में सबसे कारगर तरीका संक्रमण की चेन तोड़ने का ही रहा है। लॉकडाउन, कोरोना कर्फ्यू के जरिए ये संभव हुआ। दोबारा ऐसी स्थिति ना बने इसलिए सरकार चरणबद्ध तरीके से राहत तो देना शुरु करेगी लेकिन अब कोविड बिहेवियर और कोविड प्रोटोकॉल प्राथमिकता रहेगी। सभी लोगों को कोविड प्रोटोकॉल यानी मास्क व फिजिकल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन होगा।
आंशिक कोरोना कर्फ्यू में भी सरकार ने सुबह 11 बजे तक आवश्यक जनआपूर्ति की दुकानों के साथ साथ कपड़े की दुकानें, वैवाहिक वस्तुओं की दुकानें, निर्माण से जुड़ी सामग्री की दुकानें, 50 प्रतिशत कर्मी क्षमता के साथ बड़ी दुकानें या रेस्टोरेंट और 33 प्रतिशत कर्मियों के साथ सभी सरकारी तथा प्राइवेट कार्यालय को खोलने की छूट है।
टीम स्टेट टुडे
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