जिस शख्स के हाथ में यूपी की तेइस करोड़ आबादी की कमान है फिलहाल वो आइसोलेट हो गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि उनके कार्यालय के कई अधिकारी कोरोना संक्रमण का शिकार हुए हैं इसलिए एहतियातन वो खुध को आइसोलेट कर रहे हैं।
सीएम कार्यालय में SP गोयल, सचिव अमित सिंह और OSD अभिषेक कौशिक कोरोना पॉजिटिव आए थे। चूंकि ये अधिकारी मुख्यमंत्री के सीधे संपर्क में रहते थे इसलिए मुख्यमंत्री को एहतियातन ये कदम उठाना पड़ा है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता को आश्वस्त किया है कि वो सभी कार्य वर्चुअली कर रहे हैं।
इसमें दोराय नहीं है कि प्रदेश में जिस तरह कोरोना महामारी ने विकराल रुप धरा है उसने हर शख्स को हिला कर रख दिया है।
बहुत तेजी से फैल रहा है यूपी में कोरोना
उत्तर प्रदेश में कोरोना की रफ्तार थामे नहीं थम रही। मुख्यमंत्री की सारी सख्ती और निर्देश अधिकारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ रहे हैं। सिर्फ इतना ही नहीं राजधानी लखनऊ में केजीएमयू, बलरामपुर, लोहिया, पीजीआई जैसे संस्थानों में सैंकड़ों डॉक्टर कोविड की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे में जिन पर आम लोगों की ठीक करने का दारोमदार था जब वही बिस्तर पर लेट गए तो स्थिति की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
हाईकोर्ट ने सरकार को दिया सुझाव
इस बीच प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार को सुझाव दिया है कि पूर्ण लॉकडाउन पर विचार किया जाए। कोर्ट का कहना है कि सरकार दो-तीन हफ्ते के लिए पूरे प्रदेश में पूर्ण बंदी लागू करने पर विचार करे। साथ खुले मैदानों में अस्थाई अस्पताल बनाएं जाएं।
प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मंगलवार को रेकॉर्ड 5382 नए केस मिले हैं। यूपी के किसी भी जिले में कोरोना संक्रमितों की एक दिन में यह संख्या सबसे अधिक है। ऐसे में समझा जा सकते है कि पूरे प्रदेश के हालात कितने विचलित करने वाले हैं। लखनऊ के बाद कोरोना प्रयागराज में 1856 केस वाराणसी में 1404 केस और कानपुर में 1271 नए केस दर्ज किए गए हैं।
टीम स्टेट टुडे
Comments