लखनऊ, 20 सितंबर 2022 : उत्तर प्रदेश के किसीभी स्पोर्ट्स कालेजमें अब एकभी सीट खालीनहीं रहेगी। प्रदेशमें कोरोना संक्रमणकाल के बादसे अभी तकस्पोर्ट्स कालेज का सत्रपटरी पर नहींआ पाया है।खेल विभाग अबइसको पटरी परलाने में लगाहै। प्रदेश केअपर मुख्य सचिवखेल डा. नवनीतसहगल ने सोमवारको सभी स्पोर्टस्कालजों में अधूरेनिर्माण कार्य का जाययालेने के बादमंगलवार को इसमेंखाली पड़ी सभीसीटों को भरनेका मोर्चा संभालाहै।
उत्तर प्रदेश मेंलखनऊ में गुरुगोविंद सिंह स्पोर्ट्सकालेज में कक्षानौ से तथागोरखपुर और इटावाके सैफई केस्पोर्ट्स कालेज में कक्षाछह से बच्चोंकी भर्ती कीजाती है। जिला, मंडल तथा राज्यस्तर पर खेलके ट्रायल केबाद नियमानुसार टेस्टलेकर बच्चों कोदाखिला दिया जाताहै।
नवनीत सहगल नेसभी प्रधानाचार्य कोगोविन्द सिंह स्पोर्ट्सकालेज, लखनऊ, बीर बहादुरसिंह स्पोर्ट्स कालेज, गोरखपुर तथा मेजरध्यान चंद स्पोर्ट्सकालेज सैफई, इटावातीनों स्पोर्टस् कालेजोंमें रिक्त तसीटों को आगामी 15 नवम्बर तक हरहाल में भरनेके लिए सख्तनिर्देश दिए है।उन्होंने कहा स्पोर्ट्सकालेजों में कक्षाछह से लेकरनौ तक कीकक्षाओं के लिएनियमानुसार टेस्ट लेकर बच्चोंको दाखिला दियाजाय। उन्होंने कहा 15 नवम्बर के पश्चाततीनों में सेजिस भी स्पोर्ट्सकालेज में रिक्तियांमिलेंगी, वहां केप्रधानाचार्य के विरूद्धसख्त कार्रवाई होगी।
नवनीत सहगल नेबापू भवन मेंअपने कार्यालय मेंबैठक के दौरानअधिकारियों को दिए।
उन्होंने कहा किगुरू गोविन्द सिंहस्पोर्ट्स कालेज, लखनऊ, बीरबहादुर सिंह स्पोर्ट्सकालेज, गोरखपुर तथा मेजरध्यान चंद स्पोर्ट्सकालेज सैफई, इटावातीनों स्पोर्ट्स कालेजोंमें कुल मिलाकर 1225 सीटें है, जिनमेंसे 244 रिक्त हैं। वर्ष 2020-21 व 2021-22 में कोरोनामहामारी के कारणस्पोर्ट्स कालेजों में प्रवेशपरीक्षा आयोजित नहीं हुई।इस वजह सेतीनों कालेजों मेंकाफी सीटें खालीरह गयी है।कक्षा-छह मेंएडमीशन कम होनेसे आगे कीकक्षाओं में भीविद्यार्थियों की संख्यामें कमी है।इसी कारण यहनिर्णय लिया गयाहै कि कक्षा-छह सेलेकर नौ तकरिक्त सीटों परटेस्ट लेकर बच्चोंको दाखिला दियाजायेगा।
अपर मुख्यसचिव ने कहाकि अधिक बच्चेखेलों से जुड़ेऔर उनकी शिक्षाप्रभावित भी नहो इसके लिएस्पोर्ट्स हास्टल की स्थापनाकराई गई। उत्तरप्रदेश से बेहतरीनखिलाड़ी निकलें और प्रदेशका नाम दुनियामें रोशन करें।इस दिशा मेंराज्य सरकार पूरीगंभीरता से कार्यकर रही है।इसके बावजूद भीस्पोर्ट कालेज में सीटेंखाली रह जानास्पोर्ट्स कालेजों के प्रधानचार्यकी लापरवाही है।उन्होंने यह भीनिर्देश दिए किस्पोर्ट्स कालेजों में बच्चोंको खेल किटके साथ हीसाथ कापी-किताबआदि एक सप्ताहके अंदर उपलब्धकरा दिया जाये।
कालेजों में चिकित्सककी उपलब्ध कराएं
तीनों स्पोर्ट्स कालेजमें चिकित्सक कीउपलब्धता सुनिश्चित कराते हुएनियमित रूप सेबच्चों का मेडिकलचेकअप भी करायाजाये।
इतनी सीटखाली
अपर मुख्यसचिव ने बतायाकि गुरू गोविन्दसिंह स्पोर्ट्स कालेज, लखनऊ में 345 सीटहैं। जिसमें एथलेटिक्सकी छह, क्रिकेटकी आठ, फुटबालकी चार, वालीबालकी एक तथाबैडमिंटन की 19 यानी कुछ 38 सीटें खाली हैं।इसी प्रकार बीरबहादुर सिंह स्पोर्ट्सकालेज, गोरखपुर में 390 स्वीकृतसीट में सेवालीबाल बालक की 17, वालीबाल बालिका की 11, जिम्नास्टिकबालक/बालिका कीदो, कुश्ती बालक/बालिका की चार, हॉकी की दो, जूडो बालिका की 16 तथा बैडमिण्टन बालिका की 31 यानी कुल 83 सीटें खालीहै। इसके अलावामेजर ध्यान चंदस्पोर्ट्स कालेज सैफई, इटावाकी स्वीकृत 490 सीटमें से 123 सीटेंखाली है। इसमेंक्रिकेट की 28, एथलेटिक कीचार, हाकी कीदो, फुटबाल की 25, कुश्ती की एककबड्डी की 28, तैराकी की 14 तथा बैडमिंटन की 21 सीटेंखाली हैं।
अपर मुख्यसचिव ने अभियानचलाकर तीनों कालेजोंमें सभी सीटेंभरने के निर्देशदिए हैं। इसबैठक में निदेशक, खेल डा. आरपीसिंह, उप निदेशकखेल तथा प्रधानाचार्यगुरु गोविंद सिंहस्पोर्ट कालेज मुद्रिका पाठकके साथ प्रधानाचार्यवीर बहादुर सिंहस्पोर्ट कालेज आरपी सिंहभी थे। मुद्रिकापाठक के पाससैफई के कालेजके प्रधानाचार्य काभी चार्ज है।
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