लखनऊ, 9 अप्रैल 2022 : उत्तर प्रदेश में विधान परिषद सदस्य चुनाव के लिए 27 सीटों पर मतदान शाम को चार बजे सम्पन्न हो गया। रिक्त 36 में से नौ सीटों पर निर्विरोध निर्वाचन पहले ही हो चुका है। अब 27 सीटों पर मतदान के नतीजे 12 अप्रैल को आएंगे। उत्तर प्रदेश विधान परिषद सदस्य के 27 पद के लिए 58 जिलों में 95 प्रत्याशियों की किस्मत आज बैलेट बाक्स में बंद हो गई। एक लाख से अधिक मतदाताओं ने अपने अधिकार का प्रयोग किया। निष्पक्ष व शांतिपूर्ण मतदान के लिए 58 जिलों में एक-एक प्रेक्षक तैनात किया गया था। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 58 जिलों में 739 पोलिंग बूथों पर 1,20,657 मतदाताओं 95 प्रत्याशियों की किस्मत बैलट बाक्स में बंद कर दिया। इसकी मतगणना 12 अप्रैल को सुबह आठ बजे से होगी। यह चुनाव मतपत्रों के जरिए वरीयता मतों से होता है इसलिए इसकी गणना में भी समय लगता है। ऐसे में परिणाम देर शाम तक आने की उम्मीद है।
रामगोपाल ने वोटिंग पर सवाल उठाया तो शिवपाल सिंह यादव ने कहा-
सही प्रक्रिया से हो रहा मतदान: उत्तर प्रदेश विधान परिषद सदस्य के चुनाव की मतदान प्रक्रिया के दौरान समाजवादी पार्टी के नेताओं के विरोधाभाषी बयान से मामला काफी असहज हो गया है। सैफई के ब्लाक में मतदान के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रोफेसर राम गोपाल यादव ने कहा कि अगर निष्पक्ष वोटिंग हो जाएगी तो समाजवादी पार्टी सभी सीटों से विजय प्राप्त करेगी। उधर इटावा के जसवंतनगर से समाजवादी पार्टी के विधायक वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि मतदान की प्रक्रिया काफी सही ढंग से चल रही है। सैफई ब्लॉक कार्यालय में बने मतदान केन्द्र पर पहुंचे प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने अपने बेटे आदित्य यादव के साथ मतदान किया।
इसके बाद उन्होंने कहा कि एमएलसी का चुनाव गुप्त तरीके से होता है इसलिए उन्होंने भी गुप्त मतदान किया है। जिसको वोट दिया है वह जीतेगा। समाजवादी पार्टी के निष्पक्ष मतदान के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे तो कहीं भी नहीं दिख रहा है कि मतदान में भेदभाव हो रहा है। मतदान सही हो रहा है। इसी दौरान आगे के कदम के बारे में पूछने पर शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि बहुत जल्दी उचित समय आयेगा। अपनी मुस्कुराहट को लेकर के उन्होंने कहा कि बहुत ही जल्दी आपको सूचना मिल जायेगी। गौरतलब है कि इससे पहले रामगोपाल यादव ने कहा था कि अगर इसमें निष्पक्ष वोटिंग हो जाएगी तो समाजवादी पार्टी सभी सीटों से विजय प्राप्त करेगी।
रामगोपाल यादव ने किया मतदान: समाजवादी पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव मतदान करने के लिए इटावा में ही हैं। इसी बीच सैफई के ब्लाक कार्यालय में करीब नौ बजे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने मतदान किया। प्रतापगढ़ के सदर ब्लाक में निवर्तमान एमएलसी तथा मौजूदा चुनाव में जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के प्रत्याशी अक्षय प्रताप सिंह ने भी शनिवार को वोट डाला।
विधानसभा की तरह विधानपरिषद में भी होगा प्रचंड बहुमत
योगी आदित्यनाथ-गोरखपुर महाराजगंज स्थानीय निकाय विधान परिषद सदस्य चुनाव में मतदान के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विधानसभा की तरह विधान परिषद में भी भाजपा का प्रचंड बहुमत होगा। नगर निगम के बाहर बने मीडिया सेंटर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एंटी भू माफिया की कार्रवाई पेशेवर अपराधियों के लिए है, आम जनता के लिए नहीं। किसी गरीब ने सार्वजनिक स्थान पर झोपड़ी डाली है और वह जमीन आरक्षित श्रेणी की है तो उसे तबतक नही हटाया जाएगा, जबतक कहीं पुनर्वासित न किया जाए। जमीन आरक्षित श्रेणी की न हुई तो वहीं पट्टा दिया जाएगा।
मतदान के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में करीब चार दशक बाद ऐसा होने जा रहा है कि सत्तारूढ़ दल विधान परिषद में बहुमत प्राप्त करेगा। उन्होंने कहा कि हमने अपने दूसरे कार्यकाल की सभी वरीयता तय कर ली है। पिछली सरकारों के दौरान जिन लोगों ने अवैध रूप से शासकीय, सार्वजनिक, गरीबों और व्यापारियों की संपत्तियों पर कब्ज़ा किया हुआ है। 'एंटी भू माफिया टास्क फोर्स' पूरे प्रदेश में उन कब्ज़ों को मुक्त कराने के लिए कार्रवाई को आगे बढ़ा रही है।प्रदेश में एंटी भू-माफिया बल सभी जगह पर माफियाओं से अतिक्रमित भूमि वापस ले रहा है। इस दौरान हम सभी जगह पर अतिक्रमित भूमि पर गरीबों की झोपड़ियों को तब तक नहीं गिराएंगे जब तक हम उनका पुनर्वास नहीं करते। हमने इनको समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का अभियान चलाया है। मुख्यमंत्री के साथ इस दौरान राज्यसभा सदस्य तथा पूर्व केन्द्रीय मंत्री शिव प्रताप शुक्ला भी थे। सीएम ऑफिस का टि्वटर अकाउंट हैक करने के मामले पर कहा कि एजेंसियां जांच कर रही हैं। इससे पूर्व दुर्गा अष्टमी व रामनवमी की शुभकामना देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री रामनवमी पर पूरे प्रदेश में कार्यक्रम होंगे। अयोध्या में विशेष कार्यक्रम होगा 58 जिलों में जनप्रतिनिधि अपना वोट डालेंगे।
उत्तर प्रदेश विधान परिषद की खाली 36 सीटों पर मतदान होना था, लेकिन नौ सीटों पर भाजपा के अलावा अन्य पार्टी के प्रत्याशी मैदान में नहीं हैं। उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग विधान परिषद प्राधिकारी क्षेत्र की 27 सीट पर मतदान के लिए मुस्तैद है। विधान परिषद सदस्य के चुनाव में कुल 95 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। 58 जिलों में 1.20 लाख से अधिक मतदाता शनिवार को अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसके लिए प्रदेश में कुल 739 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। सभी जगह पर शांतिपूर्ण मतदान के लिए 58 कंपनी अर्ध सैनिक बल भी लगाया गया है। भारतीय जनता पार्टी तथा समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों के बीच में सीधी लड़ाई मानी जा रही है। इसके लिए 120657 मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग करेंगे। 27 सीटों पर मतदान सम्पन्न कराने के लिए 3699 मतदान कर्मी अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद हैं।
इन 27 सीटों पर मतदान
वाराणसी-चंदौली-भदोही
आजमगढ़-मऊ
गाजीपुर
जौनपुर
बलिया
देवरिया
मुरादाबाद-बिजनौर
रामपुर-बरेली
पीलीभीत-शाहजहांपुर
सीतापुर
लखनऊ-उन्नाव
रायबरेली
प्रतापगढ़
सुल्तानपुर
बाराबंकी
बहराइच
इलाहाबाद
झांसी-जालौन-ललितपुर
कानपुर-फतेहपुर
इटावा-फर्रुखाबाद
आगरा-फिरोजाबाद
मेरठ-गाजियाबाद
मुजफ्फरनगर-सहारनपुर
गोंडा
फैजाबाद
बस्ती-सिद्धार्थनगर
गोरखपुर-महाराजगंज।
भाजपा ने सभी 27 सीट पर अपने प्रत्याशी उतारें हैं जबकि समाजवादी पार्टी ने 25 और राष्ट्रीय लोकदल ने एक सीट पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। सपा ने गाजीपुर में निर्दलीय प्रत्याशी को अपना समर्थन दे दिया है। इस चुनाव में कांग्रेस व बसपा दोनों ही पार्टियों ने अपने प्रत्याशी नहीं उतारे हैं।
माना जाता है कि जो पार्टी सत्ता में होती है, एमएलसी चुनाव में जीत भी उन्हीं की होती है, ङ्क्षकतु कई सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी भाजपा की मुसीबत बढ़ा रहे हैं। वाराणसी सीट पर भाजपा के सुदामा पटेल व सपा के उमेश यादव चुनाव मैदान में हैं। यहां मौजूदा एमएलसी माफिया बृजेश सिंह की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह भी चुनाव लड़ रही हैं। ऐसे में यहां त्रिकोणीय मुकाबला हो गया है। आजमगढ़-मऊ सीट पर भाजपा के अपने ही मुसीबत बने हुए हैं। भाजपा ने यहां सपा विधायक रमाकांत यादव के बेटे अरुणकांत को उतारा है। यहां भाजपा एमएलसी यशवंत सिंह के बेटे विक्रांत सिंह निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा ने बीते दिनों यशवंत को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था।
प्रतापगढ़ सीट पर भी त्रिकोणीय मुकाबला है। यहां भाजपा से पूर्व विधायक हरि प्रताप सिंह, सपा से विजय बहादुर यादव व अक्षय प्रताप उर्फ गोपालजी चुनाव लड़ रहे हैं। अक्षय प्रताप कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक से चुनाव मैदान में हैं। गाजीपुर सीट से भाजपा के विशाल सिंह चंचल मैदान में हैं। यहां निर्दलीय प्रत्याशी मदन यादव मजबूती से चुनाव लड़ रहे हैं। सपा प्रत्याशी भोलानाथ शुक्ला ने जब नामांकन वापस लिया तो सपा ने मदन यादव को अपना समर्थन दे दिया था। गोरखपुर-महाराजगंज सीट पर भाजपा ने सपा छोड़ कर आए एमएलसी सीपी चंद को मैदान में उतारा है तो सपा से रजनीश यादव मैदान में हैं। सपा ने गठबंधन के तहत रालोद को दो सीटें मेरठ-गाजियाबाद और बुलंदशहर दी थी। मेरठ-गाजियाबाद सीट पर रालोद से सुनील रोहटा हैं तो भाजपा से धर्मेद्र भारद्वाज मैदान में हैं। बुलंदशहर सीट पर रालोद प्रत्याशी ने अपना पर्चा ही वापस ले लिया था।
कहां कितने प्रत्याशी हैं चुनाव मैदान में :
प्रतापगढ़ और मेरठ-गाजियाबाद सीट पर सर्वाधिक छह-छह प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। आगरा-फिरोजाबाद, आजमगढ़-मऊ, इलाहाबाद, मुजफ्फरनगर-सहारनपुर से पांच-पांच, पीलीभीत-शाहजहांपुर, रायबरेली, सुलतानपुर-अमेठी और झांसी-जालौन-ललितपुर से चार-चार प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। रामपुर-बरेली, सीतापुर, बाराबंकी, जौनपुर, वाराणसी और इटावा-फर्रुखाबाद से तीन-तीन प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। बाकी सीटों पर दो-दो प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्री की भी किस्मत का होगा फैसला :
एमएलसी चुनाव में योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह की किस्मत का भी फैसला होना है। दिनेश प्रताप सिंह रायबरेली सीट से भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ रहे हैं। यहां उनका मुकाबला सपा के वीरेंद्र यादव से है। दिनेश 2018 में कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में आए थे।
भाजपा के नौ प्रत्याशियों का निर्विरोध निर्वाचन
मिर्जापुर-सोनभद्र : श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत।
मथुरा-एटा-मैनपुरी : ओम प्रकाश सिंह।
मथुरा-एटा-मैनपुरी : आशीष यादव।
बदायूं : वागीश पाठक।
हरदोई : अशोक अग्रवाल।
लखीमपुर खीरी : अनूप गुप्ता।
बांदा-हमीरपुर : जितेन्द्र सिंह सेंगर।
अलीगढ़ : ऋषिपाल सिंह।
बुलंदशहर: नरेन्द्र भाटी।
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