उत्तर प्रदेश में अगस्त के पहले हफ्ते में एक बार फिर लॉकडाउन की संभावना बढ़ गई है। इसके तीन प्रमुख कारण हैं।
पहला- कोरोना के बढ़ते मामले।
दूसरा- अयोध्या में भूमिपूजन से पहले आतंकी धमकी।
तीसरा- जनता का लापरवाह रवैया।
कोरोना के बढ़ते मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामले पचास हजार के पार जा चुके हैं। राजधानी लखनऊ में हर दिन सैकड़ों कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं।
यूपी के महानगरों में कोरोना के मामलों में अनलॉक -1 और अनलॉक-2 के दौरान तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है। शहरों में लोग कोरोना गाइडलाइंस का पालन नहीं कर रहे। दुकानों पर लोगों की भीड़ लगती है। बाजार और दफ्तरों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं होता। मॉस्क और सेनेटाइजर का इस्तेमाल तो जैसे लोगों ने छोड़ ही दिया है। लोगों की लापरवाही के चलते लॉकडाउन के दौरान कोरोना संक्रमण के मामल जितने काबू में थे अब उतनी ही स्थिति खराब हो रही है। शहरों की अपेक्षा ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण की स्थिति कुछ हद तक काबू में है।
इसके साथ साथ पांच अगस्त को अयोध्या में राममंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन होना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम में पहुंचने वाले हैं। भूमि पूजन की तैयारियों के बीच उस समय अयोध्या में हड़कंप मच गया जब रामलला के एक पुजारी समेत सुरक्षा में लगे एक दर्जन से ज्यादा पुलिकर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए। रिपोर्ट आने के बाद सभी लोगों को क्वारंटाइन कर दिया गया है। संपर्क में आए लोगों का सैंपल भी लिया जा रहा है। सहायक पुजारी रामलला मंदिर के प्रधान पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के शिष्य हैं। पॉजिटिव पुजारी को होम आइसोलेशन में रखा गया है। अब और लोगों की सैंपलिंग की जा रही है ताकि उनकी भी कोरोना वायरस की जांच हो सके। रामजन्मभूमि के पूरे परिसर को सैनिटाइज किया जा रहा है।
इस बीच राम मंदिर भूमि पूजन के दिन बड़ा आतंकी हमला होने का अलर्ट भी जारी किया गया है। । पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने साज़िश रची है। एजेंसियों के मुताबिक पाकिस्तानी आतंकियों को ट्रेनिंग देकर भारत भेजा गया है जिनकी संख्या तीन से पांच बताई जा रही है। लश्कर और जैश के कुख्यात आतंकियों को हमले के लिए तैयार किया गया है। भारत की शीर्ष खुफिया एजेंसी रॉ को साज़िश के इनपुट मिले हैं। राम मंदिर भूमि पूजन और स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम पर बड़ा आतंकी हमला करने की कोशिश की जा रही है। इसके लिए आतंकियों के अलग अलग गुट बनाए गए हैं। 5 अगस्त को ही कश्मीर से धारा 370 हटी थी। आतंकी इन तमाम बातों का बदला लेने की फिराक में हैं।
इस लिहाज से उत्तर प्रदेश की संवेदनशीलता और बढ़ गई है।
टीम स्टेट टुडे
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