उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ लगातार ऐसे मामलों में सुर्खियां बटोर रहा है जिसके लिए दिल्ली या मुंबई बदनाम हैं।
लखनऊ का गोमतीनगर इलाका बेहद पॉश या वीवीआईपी क्षेत्र कहा जाता है। धनाड्यों की रिहाइश वाले इस इलाके में जो घटनाएं हो रही हैं वो शहर की झोपड़पट्टियों में भी नहीं होती।
100 ग्राम देसी ठर्रा पीने वाला भी नशे की हालत में जब अपनी बीबी से आप-आप कह कर लड़ता रहा तो लखनऊ – लखनऊ बना रहा। लेकिन अब गोमती नगर में चलने वाले बार और पब नग्नता और फूहड़ता के ऐसे केंद्र बन चुके हैं जिसमें रईसजादों के कारनामों पर पुलिस मामलों को दर्ज तो छोड़िये रफा-दफा करने की ही कवायद में भिड़ी रहती है।
ताजा घटना लखनऊ के विभूतिखंड थानाक्षेत्र में स्थित म्यूनिख बार की है। जहां रविवार देर रात पार्टी करने पहुंचे दंपती में विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि हाथापाई और खींच तान में पत्नी के कपड़े फट गये। वह अर्ध नग्न हालात में वहां से भागी और पास के अपार्टमेंट में गई। जहां सुरक्षाकर्मी ने तन ढकने के लिए तौलिया दिया। देर रात तक चले हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत कराया। इसके बाद दोनों घर गए।
प्रभारी निरीक्षक विभूतिखंड चंद्रशेखर सिंह के मुताबिक रात करीब 11.45 बजे सूचना मिली की एक महिला म्यूनिख बार से अर्ध नग्न हालात में भागी है। वह चीखती हुई पास के अपार्टमेंट में घुस गई। वहां के सुरक्षाकर्मियों ने उसे तन ढकने के लिए कपड़े दिये।
जानकारी होने पर पहुंची पुलिस ने पड़ताल शुरू किया। बार के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया। जिसमें दिखा कि दोनों देर शाम साथ आये। एक साथ टेबल पर बैठक कर खाने पीने का दौर चला। इसके बाद अचानक रात को करीब 11 बजे दोनों के बीच कहासुनी होने लगी।
मामला इतना बढ़ गया कि दोनों ने हाथापाई करनी शुरू कर दी। इसी दौरान हुए खींचतान में पत्नी के कपड़े फट गये जिसके बाद वह डरकर वहां से भाग गई। पास के अपार्टमेंट में वह जा घुसी गार्ड ने उसे तौलिया दिया। कुछ देर बाद उसके कपड़े गार्ड रूम में पहुंचाए गये।
पुलिस के मुताबिक पूछताछ में सामने आया कि महिला मानसिक रूप से बीमार है। अपार्टमेंट घुसने के दौरान गेट के बाहर पति उसे बुलाता रहा लेकिन वह चीखकर उसका विरोध कर रही।
सोशल मीडिया पर दो वीडियो वायरल हुए। एक में महिला अर्ध नग्न हालात में भागकर अपार्टमेंट घुसती दिख रही है। वहीं दूसरे में वह खुद को पागल न कहने की बात कह रही है। महिला चीखकर कहती रही है कि वह पागल नहीं है। अस्पताल नहीं जाएगी। इसके बाद पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत कराया।
रात करीब डेढ़ बजे दंपती को घर भेजा गया। प्रभारी निरीक्षक चंद्रशेखर सिंह के मुताबिक इस मामले में किसी भी तरह की तहरीर नहीं दी गई है। न ही कोई मुकदमा दर्ज किया गया है।
आपको याद दिला दें कि कुछ दिन पहले ही इसी इलाके के एक अन्य बार में महिलाओं और पुरुषों के बीच भयानक दंगल हुआ था। उसमें भी कपड़े फटे थे। नशे में धुत्त युवक-युवतियों की झगड़े का वो वीडियो भी काफी वायरल हुआ था।
आए दिन नशे में धुत्त युवक युवतियों का शहर की सड़कों पर तेज रफ्तार गाड़ियां चलाना, राह चलते लड़कियों को छेड़ना लगभग रोज का किस्सा बन चुका है।
सवाल लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस पर भी है क्योंकि सब जानते हुए जब हर बात पर पर्दा डाल कर नौकरी करना और नौकरी बचाना ही मकसद बन जाए तो कोई भला क्या करे।
प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी भी क्या करें क्योंकि जो पार्टी संस्कार और संस्कृति की दुहाई देते हुए सत्ता के शिखर तक पहुंची है उसने सबसे पहले लगता है संस्कार और संस्कृति की पोटली ही नदी में बहाई है। वर्ना भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश में सरकार हो सड़क पर युवा नंगे नाचे ये सामाजिक पतन समाज के योद्धाओं को ही सबसे पहले भारी पड़ेगा।
टीम स्टेट टुडे
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