उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गए हैं। शारिरिक कमजोरी और कोरोना के बाद के लक्षणों के बावजूद सीएम पूरी तरह से एक्टिव मोड में आ गए हैं। कोरोना संक्रमण की रिपोर्ट निगेटिव आते ही सीएम ने ताबड़तोड़ कुछ फैसले लिए हैं –
कोरोना वायरस संक्रमण पर जीत दर्ज करने के बाद लखनऊ में अपने सरकारी आवास पर टीम-9 का गठन किया है।
यही टीम कोरोना को लेकर प्रदेश में तेज गति से काम करेगी।
मुख्यमंत्री ने स्कूलों के लिए नया निर्देश जारी दिया है।
स्कूल बंदी का का फैसला
मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने कोरोना संक्रमण की गति और प्रदेश की स्थिति को देखते हुए कक्षा एक से 12वीं तक के सभी विद्यालयों में दस मई तक अवकाश का ऐलान किया है। इस दौरान सभी कोचिंग संस्थाएं भी बंद रहेंगी। इस दौरान सभी ऑनलाइन कक्षाएं भी स्थगित रखने का निर्देश दिया है।
लॉकडाउन की मियाद
मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश में 15 मई तक शुक्रवार रात आठ बजे से हर मंगलवार सुबह सात बजे तक साप्ताहिक कोरोना कर्फ्यू को प्रभावी ढंग से लागू करने का निर्देश दिया है। इस दौरान में सभी जगह पर औद्योगिक गतिविधियां संचालित होती रहेंगी। टीकाकरण के लिए आवागमन करने वालों को भी छूट दी जाएगी। इसके अलावा सभी जगह पर केवल आवश्यक सेवाएं जारी रहेगी। आवश्यकतानुसार पास जारी किया जा सकता है।
रेफरल रेटर की जरूरत नहीं
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के किसी अस्पताल में किसी भी मरीज को भर्ती होने के लिए किसी भी प्रकार के रेफरल लेटर की कोई आवश्यकता नहीं है। कोई भी मरीज सुविधानुसार किसी भी सरकारी अथवा निजी अस्पताल में इलाज के लिए एडमिट हो सकता है। यह व्यवस्था प्रभावी ढंग से लागू को जाए। बेड रिक्त होने पर कोई कोविड हॉस्पिटल मरीज को इनकार नहीं कर सकता। निजी असप्ताल में यदि कोई मरीज इलाज का खर्च दे पाने में असमर्थ है तो राज्य सरकार उसका भुगतान करेगी। अब सभी कोविड अस्पतालों में बेड की उपलब्धता के बारे में आइसीसीसी के पास विधिवत जानकारी होनी चाहिए।
बेहतर हो ऑक्सीजन सप्लाई
सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि प्रदेश में सभी जगह पर ऑक्सीजन की सप्लाई और बेहतर करने की आवश्यकता है। पहले से स्थिति बेहतर है। लगातार प्रयासों से आज प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में ऑक्सीजन की उपलब्धता कराई जा रही है। सूबे के लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज व वाराणसी जैसे अधिक संक्रमण वाले जिलों में स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही आगरा के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। इसी प्रकार, बलिया, चंदौली, अमरोहा, बिजनौर, लखीमपुर, बहराइच जैसे जिलों की ओर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
होम आइसोलेशन वालों से हो निरंतर संवाद
सीएम का कहना है कि होम आइसोलेशन में इलाजरत लोगों कभी-कभी बेपरवाह हो जाते हैं। हमको इनकी सभी जरूरतों का पूरा ध्यान रखना होगा। सीएम हेल्पलाइन 1076 से इन लोगों से हर दिन संवाद बनाया जाए। सभी तय प्रोटोकॉल के अनुरूप इन्हें दवाओं का मेडिकल किट उपलब्ध कराया जाए। टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट के सिद्धांत को ईमानदारी से लागू करने का ही परिणाम है कि प्रदेश के रिकवरी दर में लगातार सुधार हो रहा है। अब सभी प्रदेशवासी कोविड बिहैवियर या कोविड व्यवहार को जीवनशैली में शामिल करें।
बढ़ेंगे मानव संसाधन और कोरोना वारियर्स
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड कार्य में आवश्यकता के अनुसार मानव संसाधन की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। मेडिकल/नर्सिंग /फार्मेसी के अंतिम वर्ष के छात्रों का सहयोग लिया जाए। एक्स आर्मी मैन, सेवानिवृत्त मेडिकल स्टाफ की सेवाएं ली जाएं।
आयुष विभाग बढ़ाए सक्रियता
सीएम ने कहा है कि आयुष विभाग को जागरूकता प्रसार करे। साथ ही घर-घर आयुष काढ़ा उपलब्ध कराया जाए। इम्यूनिटी बढ़ाने के संबंध में आयुष विधियों के सरल उपायों से लोगों को अवगत कराया जाना चाहिए। इसके साथ आयुष कवच एप का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।
ग्रामीण क्षेत्रों की अनदेखी न हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के संक्रमण को देखते हुए सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में क्रियाशील सीएचसी की व्यवस्थाओं को और बेहतर किया जाए। यहां प्राथमिकता के आधार पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराया जाए। प्रत्येक जिले में दो सीएचसी को कोविड डेडिकेटेड अस्पताल के रूप में तैयार किया जा रहा है। यह कार्य तेजी से पूरा किया है। सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में 20-20 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए। भारत सरकार ने 1500 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मुहैया कराए हैं, इन्हें जिलों में उपलब्ध करा दिया गया है। इसके अलावा, पीएम केयर्स के माध्यम से और भी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
टीम स्टेट टुडे
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