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लॉकडाउन के दौरान जब सब ठप पड़ा था तो सरकार अपील कर रही थी कि किराएदारों से किराया हो सके तो टाल दीजिए। जितना हो सके लोगों की मदद करिए। सरकार का असर हो या लोगों की जिंदादिली लॉकडाउन के दौरान हर स्तर पर किसी भी मदद के लिए लोग तैयार दिए और मदद की भी। लेकिन जैसे जैसे जीवन पटरी पर लौट रहा है वैसे वैसे लोगों की परेशानी भी बढ़ रही है।
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उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अशोक सिंह ने लखनऊ नगर निगम की कार्यप्रणाली पर हमला बोलते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते हुए लॉक डाउन में व्यापारियों व आम गृहकर दाताओं के समक्ष रोजी रोटी का संकट रहा है। आज भी व्यापार व जनता रोजी रोटी के संकट के दौर से गुजर रही है। बावजूद इसके नगर निगम की कार्यप्रणाली व्यापारी व जनता को कोई राहत देने के स्थान पर ग्रहकर व वाणिज्य प्रतिष्ठान कर वसूलने व रिकवरी नोटिस देकर उनका उत्पीड़न कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अशोक सिंह ने कहा कि कोरोना काल मे चैपट हुए व्यापार से व्यापारियों की कमत टूट चुकी है। व्यवसाय अभी भी संकट के दौर से गुजर रहा है। आम जनता भी रोजी रोटी के संकट से दो चार है। उसकी स्थिति गृहकर अदा करने की नहीं है। यही नही घरों बाजारों से से कूड़ा एकत्रित कराने व उठाने के लिये मासिक दर में बढोत्तरी करके लखनऊ नगर निगम उत्पीड़न कर रहा है जबकि उसे कोरोना काल से संकट में चल रहे शहरियों को राहत देनी चाहिये।
उन्होने मांग करते हुए कहा कि पिछले वर्ष के समस्त करों की देयता में शत प्रतिशत की राहत देने का काम करे नगर निगम लखनऊ को इस दिशा में तत्काल कदम उठाना चाहिए।
टीम स्टेट टुडे
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