उत्तर प्रदेश के जौनपुर में दलितों के घर फूंके जाने के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सख्त हो गए हैं। सीएम योगी ने मुख्य आरोपी नूर आलम और जावेद सिद्दीकी समेत सभी आरोपियों पर तत्काल एनएसए लगाने का आदेश दिया है। साथ ही थाना प्रभारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और पीड़ित दलितों को तत्काल आवास देने का निर्देश जारी किया गया है।
गौरतलब है कि जौनपुर जिले में मंगलवार की शाम बकरी और भैंस चराने को लेकर बच्चों के विवाद में दो पक्षों में मारपीट और हिंसक घटनाएं हुई। इस दौरान दलितों के आधा दर्जन छप्पर में आग लगा दी गई। सूचना मिलते ही जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंच गए।
क्या है पूरी घटना
जिले के सराय ख्वाजा थाना अंतर्गत भदेठी गांव में मंगलवार की शाम भैंस चरा रहे और बकरी चरा रहे दो वर्ग के बच्चों में किसी बात को लेकर विवाद शुरू हो गया। बच्चों का विवाद बड़ों तक पहुंच गया। दोनों पक्षों के काफी संख्या में लोग लाठी-डंडे से लैस होकर बाहर आ गए और जमकर मारपीट हुई. इस घटना में करीब 10 लोगों को चोटें आई।
सूचना मिलते ही काफी संख्या में पुलिस फोर्स और दमकल की गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंच कर आग पर और घटना पर काबू पाया गया। थोड़ी देर में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक भी पूरे अमले के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़ितों से बात की। इस मामले में पुलिस और प्रशासन ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है।
मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही वहां पर फौरन स्थिति नियंत्रण न करने पाने के दोषी थाना प्रभारी के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जिनके घर फूंके गए हैं उन सभी पीड़ित दलितों को तत्काल सीएम या पीएम आवास समेत अन्य सरकारी मदद दी जाए।
टीम स्टेट टुडे
Comments