उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अभी भी कई इलाके ऐसे हैं जहां लॉकडाउन के दौरान लोगों तक मदद नहीं पहुंच पा रही है। कुछ ऐसा ही हाल राजधानी के जानकीपुरम इलाके का है। जहां छत्तीसगढ़, हरदोई, सीतापुर और बिहार के कई प्रवासी लोगों को किसी तरह की मदद नहीं मिल रही थी। सुबह शाम इन श्रमिकों की भीड़ सड़क पर आ जाती थी। भारतीय किसान यूनियन (सावित्री गुट) को स्थानीय स्तर पर जानकारी मिलने के बाद प्रवासी श्रमिकों के लिए मदद का पिटारा खुल गया।
यूनियन के अथर्व तिवारी, निहारिका त्रिपाठी नगर उपाध्यक्ष और हिंदू युवा वाहिनी जिला प्रभारी विमल सिंह परमार मंडल अध्यक्ष हृदय नारायण शर्मा द्वारा ऐसे लोगों की सूची बनाई गई जिन्हें सहायता की दरकार थी। इस सूची को तहसील बख्शी के तालाब में जमा करवाया गया। जहां एसडीएम संतोष कुमार , लेखपाल प्रवीण और ओम प्रकाश ने तत्काल मदद का भरोसा दिया। इसके बाद करीब 100 परिवारों को कच्चा राशन वितरित कराया गया। एलडीए के अधिकारी जोगदेव यादव ने भी जानकारी मिलने पर अपनी टीम के साथ कराया 400 पैकेट पक्के खाने के वितरित कराए। भारतीय किसान यूनियन प्रदेश महासचिव अजय वर्मा ने 50 परिवार को 1००० रुपए प्रति परिवार की आर्थिक सहायता दी।
अलग अलग स्तरों पर मदद के बाद अब इन प्रवासियों के चेहरों पर खुशी है।
टीम स्टेट टुडे
تعليقات