उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज तहसील से सटे डेवरिया गांव में विकास के नाम पर सरकार के सारे दावे हवाहवाई साबित हुए हैं। कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते एक तरफ जहां गांव और शहर में नगर निगम और पंचायतें लगातार साफ सफाई पर ध्यान दे रहे हैं वहीं राजधानी के मोहनलालगंज के डेवरिया गांव में ग्राम पंचायत अधिकारी वंदना शर्मा ने कोरोना की महामारी के शुरुआती दौर से लेकर अभी तक सैनिटाइजेशन छिड़काव जैसा कोई कार्य नहीं किया है। जब डेवरिया गांव का निरीक्षण किया गया तो गांव वालों के सामने पंचायत सचिव और अधिकारियों की पोल खुल गई। विकास के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई है। कागजों में विकास के कार्य दर्ज हैं लेकिन गांव में कोई कार्य नहीं हुआ जिससे ग्रामीणों को गंदी बजबजाती नालियों और टूटे-फूटे खंडोंजो से छुटकारा मिल सके।
गांव का विकास करने के बजाय यहां जिम्मेदार लोगों ने सिर्फ अपनी झोलियां भरी हैं। गांव के कुछ अराजक तत्वों ने धार्मिक स्थल की जगह पर बनी नाली को भी बंद कर दिया है जिससे धार्मिक स्थान पर नाली का गंदा पानी भरा है। इसे लेकर भी लोगों के बीच काफी नाराजगी है।
टीम स्टेट टुडे
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