अयोध्या में सूर्य ग्रहण का प्रभाव देखने को मिल रहा है। अयोध्या के सभी मंदिर के कपाट सूतक के लगने से सूर्य ग्रहण के 12 घंटे पहले से ही बंद हो गए हैं। आज सुबह से अयोध्या की सड़कों पर सन्नाटा छाया हुआ है। दुकानें बंद हैं मंदिरों में सन्नाटा है ।
राम जन्मभूमि, कनक भवन , हनुमानगढ़ी समेत अयोध्या के सभी मंदिरों के कपाट सूर्य ग्रहण के मोक्ष काल तक बंद रहेंगे। सुबह राम जन्मभूमि में प्रथम पाली में भक्त रामलला के दर्शन नहीं कर पाएंगे । अब मोक्ष काल समाप्त होने के बाद द्वितीय पाली में रामलला के दर्शन दोपहर 3:00 बजे से महज 3 घंटे के लिए होंगे। वही मंदिरों के पास प्रसाद की सभी दुकानें बंद हैं। फूल मालाओं की दुकानें बंद हैं। पूरे एरिया में सन्नाटा छाया हुआ है । मंदिरों में जो संत हैं वह अपने अपने स्थान पर बैठ कर जांच कर रहे हैं ।
रामलला मुख्य पुजारी आचार्य सतेंद्र दास का कहना है की ग्रहण का एक बड़ा प्रभाव देश और मनुष्य के जीवन पर पड़ता है। ग्रहण को अच्छा नहीं माना जाता है। भारतीय संस्कृति में शास्त्रों में ग्रहण को लेकर कई सारी चीजें वर्जित हैं। ऐसे में ग्रहण काल के दौरान वर्जित चीजों को नहीं करना चाहिए और अपने अपने आराध्य का आराधना करना चाहिए। माला जपना चाहिए जाप करना चाहिए और जब मोक्ष काल समाप्त हो जाए तो मंदिरों की साफ-सफाई कर, भगवान को नया वस्त्र पहना कर पूजा अर्चना कर दर्शन पूजन शुरू करना चाहिए।
रामलला विराजमान परिसर में भी मोक्ष काल समाप्त होने के बाद बाकायदा मंदिरों की साफ सफाई होगी भगवान को भी नहलाया जाएगा और नए वस्त्र पहना जाएगा। उसके बाद ही रामलला के दर्शन भक्त कर पाएंगे।
आज ग्रहण काल में प्रथम पाली में दर्शन नहीं होंगे द्वितीय पाली में 3:00 बजे के बाद 6:00 बजे तक ही रामलला के दर्शन होंगे ।
अयोध्या से शिल्पी/ सुमित
टीम स्टेट टुडे
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