कट कमीशन का खेल ऐसा है कि अगर किसी की जान चली जाए तो सरकारी विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। किसी ग्रामीण इलाके में एक छोटी सी पुलिया की क्या अहमियत होती है ये किसी से छिपी बात नहीं है। लेकिन लगता है कि यूपी के इंजीनियरों को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता।
मामला बहराइच के पयागपुर विधानसभा के रजबहा गांव का है। जहां मानक विहीन पुलिया का निर्माण किया गया। बीजेपी विधायक सुभाष त्रिपाठी जब मौका मुआयना करने पहुंचे तो हैरान रह गए। सरयू नहर खण्ड-2 के अधिशासी अभियंता, और सहायक अभियंता को उन्होने कड़ी फटकार लगाई। इस पुलिया का निर्माण इतना घटिया है कि हाथ रखते ही पुलिया दरकने लगती है। सोचिए जब इस पर इंसान गुजरता तो कितना बड़ा हादसा हो सकता था। मौके पर घटिया निर्माण देख कर भड़के विधायक सुभाष त्रिपाठी ने दोनों अभियंताओं को संस्पेंशन के लायक बताया। विधायक के साथ मौके पर अधिशासी अभियंता और सहायक अभियंता मौजूद थे।
विधायक की फटकार और मौके पर निर्माण की हालत देख कर दोनों अफसरों ने माना कि पुलिया का निर्माण घटिया सामग्री से मानक विहीन स्तर का हुआ है। चोरी पकड़े जाने पर अधिशासी अभियंता ने विधायक से कहा कि पुलिया को तोड़ कर फिर से इसका निर्माण कराया जाएगा।
पुलिया का निर्माण दोबारा हो तो सकता है और किया भी जाएगा लेकिन क्या इस बात का जवाब विधायक जी और उनकी सरकार देगी कि आम टैक्सपेयर के पैसे से हुए इस घटिया निर्माण कार्य में जो धनराशि विभागीय लापरवाही से बर्बाद हुई है क्या उसे इन जिम्मेदार अभियन्ताओं से वसूला जाएगा।
इस पुलिया के निर्माण की जिम्मेदारी सरयू नहर खण्ड-2 के अधिशासी अभियंता राधा विनोद सिंह और सहायक अभियंता ओम प्रकाश की थी।
टीम स्टेट टुडे
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