कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की शहादत के जिम्मेदार माफिया विकास दुबे ने अपने साथियों के जरिये भी करोड़ों की मिलकियत खड़ी की है। सबसे पहला नाम जय बाजपेई का है जो कभी महज पान दूकान चलाता था। लेकिन विकास का साथी बनते ही करोड़ों की सम्पत्तियों और पेट्रोल पम्प तक का मालिक बन बैठा। एसटीएफ के डीआईजी व तत्कालीन एसएसपी कानपुर अनंत देव तिवारी संग हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के करीबी जय बाजपेई की एक फ़ोटो वायरल हो रही है।
दरअसल विकास संग जय भी जमीनों की खरीद फरोख्त करता था विवादित जमीने कब्जाकर जय आज करोड़पति बन बैठा है। फिर जय ने विकास के दम पर मार्केट में ब्याज पर रुपए बांटने का काम शुरू किया।
जांच में सामने आया था। जय ने विकास से 2 परसेंट ब्याज पर साढ़े 5 करोड़ रुपये लेकर 5 परसेंट पर ब्याज में दे रखे थे। जय बाजपेयी ने विकास दुबे के बैंक खाते में एक सप्ताह पहले 15 लाख रूपए भी ट्रांसफर किये थे। जय 15 से अधिक मकान व दर्जनों फ्लैट्स का मालिक भी निकला है।
सात साल पहले महज सिर्फ चार हजार रूपए ही जय बाजपेयी पाता था। सिर्फ यही नहीं लखनऊ-कानपुर रोड पर जय का पेट्रोल पम्प बना हुआ है।
ये पेट्रोल पम्प भी अवैध बताया जा रहा है। हिस्ट्रीशीटर के साथी जय कई मामलों में वांछित है फिर भी पुलिस ने पासपोर्ट के लिए क्लीयरेंस रिपोर्ट जारी कर दी। वहीं कानपुर के ब्रह्म नगर में भी एक दर्जन से अधिक मकानों का खुलासा हो रहा है।
जय और उसके भाई की कई बार जांच हुई है दोनों भाइयों के मकान में दरोगा व् सिपाही रहते हैं विकास दुबे का खजांची जय बाजपेई ही है। जांच एजेंसियों को ये भी जानकारी मिली है की दुबई में जय का 15 करोड़ का फ़्लैट है जिसमे विकास भी दुबई आने पर रुकता था।
ये जानकारी भी आ रही है कि पुलिस मुठभेड़ से पहले विकास दुबे ने शराब पार्टी दी थी। पुलिस टीम पहुंचने से करीब चार घंटे पहले ही विकास को मुखबिरी हो चुकी थी। शराब पार्टी में 20-25 लोग शामिल हुए थे। बताया जा रहा है कि ये पार्टी एनकाउंटर में मारे गए अतुल के घर में थी। अतुल के घर से पुलिस को शराब की खाली और भरी बोतलें भी मिली है।
फिलहाल विकास दुबे यूपी की हाईटेक पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है।
टीम स्टेट टुडे
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