विकास दुबे अब इस दुनिया में नहीं है लेकिन उसका साम्राज्य एजेंसियों के निशाने पर है। जिस तरह से विकास दुबे ने कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाई उसके बाद उन लोगों पर भी शिकंजा कसने जा रहा है जो विकास दुबे की आड़ में अपने धंधे पानी चलाते रहे। विकास दुबे की संपत्तियों की जांच में कानपुर के कई बड़े व्यापारी एजेंसियों के रडार पर आ गए हैं। साथ ही उसकी काली कमाई में रंगदारी देने वाले व्यापारी भी जद में आएंगे।
प्रॉपर्टी डीलिंग के धंधे में जय वाजपेई के साम्राज्य में विकास दुबे बड़ा इन्वेस्टर था। जांच उसकी भी होगी। चौबेपुर के इंडस्ट्रियल एरिया की बड़ी कंपनियों से भी इन्वेस्टमेंट पर पूछताछ होगी। कई बड़ी कंपनियों को जमीन मुहैया कराने में विकास दुबे अहम भूमिका रही है। ऐसी कंपनियां जांच के घेरे में आएंगी। बताया जा रहा है कि जमीन मुहैया कराने के एवज में विकास दुबे कई कंपनियों में पार्टनर बनाया गया।
इस बीच विकास दुबे की पत्नी के बाद उसके साले को भी यूपी एसटीएफ ने रिहा कर दिया है। यूपी एसटीएफ की प्रयागराज यूनिट ने राजू खुल्लर को शहडोल से हिरासत में लिया था। यूपी एसटीएफ की टीम ही राजू खुल्लर को शहडोल के बुढार कस्बा छोड़ कर आएगी।
आठ पुलिस वालों की हत्या करने के बाद भागे विकास दुबे का उज्जैन कनेक्शन सामने आ गया है। कानपुर के एक हॉस्पिटल संचालक का रिश्तेदार जो मध्यप्रदेश के उज्जैन में शराब कंपनी का मैनेजर है अब एजेंसियों के रडार पर है। विकास दुबे की मदद करने वाले का हास्पिटल कानपुर के शिवली रोड पर है। इसी हॉस्पिटल संचालक का करीबी था उज्जैन का शराब कंपनी मैनेजर अनुराग तिवारी।
लखनऊ से बड़ी खबर
- कानपुर कांड की जांच के लिए यूपी सरकार ने बनाई एसआईटी
- एसीएस संजय भुसरेड्डी बने एसआईटी के अध्यक्ष,एडीजी हरिराम शर्मा व डीआईजी रविन्द्र
गौड़ होंगे सदस्य
- अफसरों की भूमिका से लेकर अन्य सभी पहलुओं की जांच करेगी एसआईटी
- 31 जुलाई तक शासन को पूरे मामले पर रिपोर्ट सौपेंगी तीन सदस्यीय एसआईटी टीम
- जांच में कई अहम बिंदु किये गए शामिल
- विकास दुबे के काले साम्राज्य की जांच ईडी और इनकम टैक्स से कराने का बिंदु भी शामिल
टीम स्टेट टुडे
Comentarios