लखनऊ, 24 फरवरी 2023 : हिंदू शब्द के भाव को स्पष्ट करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ किया है कि भारत एक हिंदू राष्ट्र था, है और आगे भी रहेगा। कहा कि सबसे पहले यह समझना होगा कि हिंदू राष्ट्र से मतलब क्या है। हिंदू कोई मत, मजहब या सम्प्रदाय नहीं। यह एक सांस्कृतिक शब्दावली है, जो देश के हर नागरिक के लिए उसकी सांस्कृतिक नागरिकता की दृष्टि से सटीक बैठती है।
योगी ने कहा कि भारत का कोई व्यक्ति जब हज करने जाता है तो उसका संबोधन वहां हिंदू होता है। वह हिंदू नाम से जाना जाता है। वहां उसे कोई हाजी के रूप में नहीं मानता। इस्लाम के रूप में नहीं मानता, उसे हिंदू नाम से संबोधित किया जाता है। वहां तो किसी को परेशानी नहीं होती है। उस परिप्रेक्ष्य में देखेंगे तो भारत हिंदू राष्ट्र है, क्योंकि भारत का हर नागरिक हिंदू है।
लखनऊ में बुधवार को आयोजित एक निजी चैनल के कार्यक्रम में हिंदू राष्ट्र को लेकर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मत को बड़ी बेबाकी व तार्किक ढंग से स्पष्ट किया। यह भी साफ किया कि यदि इसे मजहब-संप्रदाय से जोड़ रहे हैं तो हिंदू को समझने में भूल कर रहे हैं।
हिंदू कोई जातिसूचक, मत व मजहब सूचक शब्द नहीं
उन्होंने कहा कि हिंदू कोई जातिसूचक, मत व मजहब सूचक शब्द नहीं। यह हमारी सांस्कृतिक एकता है, जो हिमालय से लेकर समुद्र तट तक विस्तृत भूभाग के अंदर जन्मे हुए लोग हिंदू कहलाते हैं। उस रूप में इसे अगर कोई लेगा तो मुझे लगता है कि हिंदू राष्ट्र से किसी काे परहेज नहीं होना चाहिए। अगर, इसे मत, मजहब व संप्रदाय से जोड़ रहे हैं तो इसका मतलब हम हिंदू को समझने की भूल कर रहे हैं। संविधान के प्रति हर नागरिक के मन में सर्वोच्च सम्मान होना चाहिए।
अखिलेश ने जो कुछ किया अपने लिए किया
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के एक बयान में मुख्यमंत्री योगी को कंजूस कहे जाने के सवाल पर योगी ने करारा पलटवार किया। कहा कि उन्होंने किसी को कुछ दिया है। जाे कुछ किया है, अपने लिए किया है। मेरा अपना कुछ है ही नहीं। जो कुछ होना है, सब प्रदेश की 25 करोड़ जनता के लिए। यहां देने के लिए है, लेने के लिए कुछ नहीं।
छह वर्षों में प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हुई
प्रदेश की बदली तस्वीर व विकास पर बात करते हुए योगी ने कहा कि वर्ष 1947 में देश की आजादी के समय उत्तर प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत से अच्छी थी। जाति, मत, मजहब के विवाद एवं भ्रष्टाचार के कारण वर्ष 2016-17 तक आते-आते यह देश के औसत आय की एक तिहाई रह गई। बीते छह वर्षों में प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हुई है। राज्य की जीडीपी भी दो गुणा हुई है। दावा किया कि अगले पांच वर्षां में यह राष्ट्रीय औसत से अधिक होगी।
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