google.com, pub-3470501544538190, DIRECT, f08c47fec0942fa0
top of page

क्यों बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी अपनी ही सरकार पर भड़के



भारतीय सियासत में सुब्रमण्यम स्वामी ऐसी शख्सियत हैं जिनकी एक प्याली कॉफी में सरकार गिराने भर का तूफान छिपा होता है। सत्ता पक्ष हो या विपक्ष जब स्वामी किसी बात को कहते हैं तो उसे आप पसंद कर सकते हैं, नापसंद कर सकते हैं लेकिन नकार नहीं सकते।


फिलहाल स्वामी के निशाने पर अपनी ही सरकार यानी मोदी सरकार आ गई है। उनका गुस्सा सार्वजनिक हो चुका है लिहाजा जानकार इसे खतरे की घंटी बता रहे हैं।


बीजेपी से राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने पेट्रोल, डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर अपनी ही सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि इस मुद्दे पर जनता की राय एक है कि कीमतों में बढ़ोतरी शोषण करने वाला है। सरकार को पेट्रोल, डीजल से लेवी हटाना चाहिए।



स्वामी ने ट्वीट किया, 'लोगों की आवाज शायद ही कभी स्पष्ट और बुलंद होती है। लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है। पेट्रोल, डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर जनता में आम राय है (पॉर्न वेंडरों, आईफोन चोरों और फेक आईडी वाले ट्विटराती को छोड़कर) कि बढ़ती कीमत शोषण करने वाली है। इसलिए सरकार को लेवीज को हटाना चाहिए।


बढ़ते पेट्रोल और डीजल के दाम से आम जनता परेशान है। ऐसे में सुब्रमण्यम स्वामी का गुस्सा सोशल मीडिया पर जाहिर हो रहा है। तरह तरह के टैक्स और खासतौर से इंकम टैक्स को खत्म करने की वकालत करने वाले स्वामी का अर्थशास्त्र एक बार फिर लोगों की समस्या की तरफ झुक गया है। तेल की कीमतों पर विपक्षी दल भी सड़क पर उतरने लगे हैं।


शुक्रवार को देशभर में लगातार 11वें दिन दोनों ईंधन के दाम बढ़ाए गए हैं। दिल्‍ली में शुक्रवार को पेट्रोल 31 पैसे प्रति लीटर जबकि डीजल 33 पैसे प्रति लीटर मंहगा हो गया। जिस तरह से पेट्रोल डीजल की कीमतें बढ़ रही हैं उससे तो यही लगता है कि आने वाले दिनों में सरकार को आम जनता और विपक्ष के साथ साथ कहीं अपने सांसदों का भी विरोध ना झेलना पड़े।


टीम स्टेट टुडे


विज्ञापन
विज्ञापन

Comments


bottom of page
google.com, pub-3470501544538190, DIRECT, f08c47fec0942fa0