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Mahakumbh : महाकुम्भ में पहली बार - एनिमेटेड फिल्म का होगा प्रदर्शन , गंगा संरक्षण और जागरूकता का केंद्र बना नमामि गंगे पवेलियन, अनधिकृत सिलेण्डरों की बिक्री पर सख्ती

Writer's picture: statetodaytvstatetodaytv


महाकुम्भ में पहली बार एनिमेटेड फिल्म का होगा प्रदर्शन


रामायण: द लीजेंड ऑफ प्रिंस राम का महाकुम्भ में होगा ऐतिहासिक प्रदर्शन


बुधवार को सेक्टर 6 स्थित दिव्य प्रेम सेवा शिविर में होगा विशेष स्क्रीनिंग इवेंट


महाकुम्भ नगर, 21 जनवरी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा भव्य और दिव्य महाकुम्भ में इस बार कई नई पहल की जा रही हैं। इसी क्रम में महाकुम्भ मेले के इतिहास में पहली बार किसी एनिमेटेड फिल्म का प्रदर्शन होने जा रहा है। महाकुम्भ मेले में एक ऐतिहासिक पहल के तहत इंडो-जापानी एनिमेटेड फिल्म ‘रामायण - द लीजेंड ऑफ प्रिंस राम’ का हिंदी संस्करण प्रदर्शित किया जाएगा। यह विशेष स्क्रीनिंग मुख्य अतिथि और प्रदेश सरकार में समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण की उपस्थिति में 22 जनवरी बुधवार को सुबह 10:00 बजे दिव्य प्रेम सेवा शिविर, सेक्टर 6, नेत्र कुंभ के पास आयोजित होगी।


श्रीराम की अद्वितीय गाथा को जीवंत रूप में प्रस्तुत करेगी फिल्म

फिल्म भगवान श्रीराम की अद्वितीय गाथा, उनकी निष्ठा और अधर्म पर धर्म की विजय को जीवंत रूप में प्रस्तुत करती है। यह महाकुम्भ मेले में बच्चों के लिए खास तौर पर आयोजित की जा रही है। आयोजनकर्ताओं के अनुसार, यह फिल्म परिवारों और हर आयु वर्ग के दर्शकों के लिए प्रेरणादायक और मनोरंजक होगी। यह फिल्म 24 जनवरी 2025 को देशभर में रिलीज़ की जाएगी। महाकुंभ में इसका प्रदर्शन इसे और अधिक विशेष बनाता है। इस अद्भुत सिनेमाई अनुभव का आनंद लेने के लिए श्रद्धालु सुबह 10 बजे दिव्य प्रेम सेवा शिविर, सेक्टर 6 में आ सकते हैं।


 

गंगा संरक्षण और जागरूकता का केंद्र बना नमामि गंगे पवेलियन



महाकुम्भ-2025


डिजिटल प्रदर्शनी में गंगा की स्वच्छता व संरक्षण के प्रयास से रूबरू हो रहे दर्शक


राष्ट्रीय पुस्तक न्यास ने स्थापित किया है रीडिंग कॉर्नर


गंगा किनारे किये गए रिवर फ्रंट डवलपमेंट को भी जान रहे दर्शक


नमामि गंगे के पवेलियन में काफी संख्या में आ रहे पर्यटक, श्रद्धालु व दर्शक


महाकुम्भ नगर, 21 जनवरी: महाकुम्भ-2025 में नमामि गंगे मिशन द्वारा प्रयागराज में स्थापित नमामि गंगे पवेलियन में प्रतिदिन काफी संख्या में दर्शकों आ रहे हैं। यह पवेलियन गंगा नदी की स्वच्छता और संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाने का अभिनव माध्यम बन चुका है। इस पवेलियन की शुरुआत इंटरएक्टिव बायोडायवर्सिटी टनल से होती है, जो आगंतुकों को गंगा की जैव विविधता और प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव कराती है। आधुनिक प्रोजेक्शन तकनीक से सुसज्जित यह टनल गंगा के तटों पर रहने वाले पक्षियों की चहचहाहट और जीवनदायिनी गंगा की महत्ता को दर्शाती है।


डिजिटल प्रदर्शनी पवेलियन का मुख्य आकर्षण

पवेलियन का मुख्य आकर्षण डिजिटल प्रदर्शनी है, जिसमें गंगा की स्वच्छता और संरक्षण के लिए किए गए विभिन्न प्रयासों को रोचक और शिक्षाप्रद तरीके से प्रदर्शित किया गया है। प्रयाग मंच,जो गंगा-यमुना और उनकी सहायक नदियों के रियल-टाइम डेटा का प्रदर्शन करता है, यह भी यहां का प्रमुख आकर्षण है। इस मंच पर नदी के जल स्तर, स्वच्छता और प्रदूषण से संबंधित आंकड़े प्रस्तुत किए जाते हैं।


गंगा की स्वच्छता के लिए सरकार के प्रयास भी जान रहे दर्शक

पवेलियन में गंगा के किनारों पर किए गए रिवरफ्रंट डेवलपमेंट और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की कार्यप्रणाली को भी दर्शाया गया है। यह प्रदर्शनी आगंतुकों को यह समझने में मदद करती है कि गंगा की स्वच्छता को बनाए रखने के लिए सरकार और संगठनों द्वारा किस प्रकार से तकनीकी और संरचनात्मक प्रयास किए जा रहे हैं। नमामि गंगे पवेलियन में गंगा नदी में पाए जाने वाले जीव-जंतुओं जैसे गांगेय डॉल्फिन, कछुए, मगरमच्छ और मछलियों की प्रतिकृतियां भी प्रदर्शित की गई हैं। यह पहल खासकर बच्चों और युवाओं के लिए ज्ञानवर्धक साबित हो रही है, जिससे वे गंगा की जैव विविधता और उसके संरक्षण के महत्व को समझ पा रहे हैं।


एनबीटी ने स्थापित किया है रीडिंग कॉर्नर

प्रदर्शनी में राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (NBT) द्वारा विशेष रीडिंग कॉर्नर स्थापित किया गया है, जहां गंगा, महाकुम्भ, समाज नीति और राष्ट्रीय गौरव से संबंधित पुस्तकों का संग्रह उपलब्ध है। यह कोना गंगा की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्ता को जानने के इच्छुक लोगों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है।


गणपति की मूर्ति भी भावनात्मक जुड़ाव को बना रही प्रबल

भारतीय वन्यजीव संस्थान, गंगा टास्क फोर्स और आईआईटी दिल्ली जैसे संस्थानों द्वारा गंगा के विलुप्त प्रजातियों के संरक्षण, जन जागरूकता और अपशिष्ट प्रबंधन से संबंधित जानकारियां साझा की जा रही हैं। यह जानकारी गंगा के महत्व को रेखांकित करने और लोगों को जागरूक करने का काम कर रही है। पवेलियन में श्री गणेश और उनके वाहन मूसक की मूर्ति स्थापित है, जो गंगा की पवित्रता और स्वच्छता का संदेश देती है। यह मूर्ति सांस्कृतिक और भावनात्मक जुड़ाव को प्रबल बनाती है।


आकर्षण का केंद्र बना है पवेलियन

नमामि गंगे मिशन ने महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की है कि गंगा केवल एक नदी नहीं, बल्कि भारत की संस्कृति, इतिहास और आर्थिक जीवन का अभिन्न अंग है। इसे स्वच्छ और संरक्षित रखना हर नागरिक का कर्तव्य है। यह अत्याधुनिक और रचनात्मक पवेलियन न केवल गंगा के महत्व को समझाने में सफल हो रहा है, बल्कि महाकुम्भ-2025 के मुख्य आकर्षणों में से एक बन गया है।


 

महाकुम्भ में सिलेण्डर की जांच होगी अनिवार्य, अनधिकृत सिलेण्डरों की बिक्री पर सख्ती



खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा एल.पी.जी. सुरक्षा पर आयोजित की गई विशेष बैठक


एल.पी.जी. रिसाव से होने वाली दुर्घटनाओं पर रोकथाम के लिए दिशानिर्देश जारी


महाकुम्भ नगर, 21 जनवरी। महाकुम्भ मेले के दौरान श्रद्धालुओं और कल्पवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मंगलवार को खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा एल.पी.जी. सुरक्षा पर एक विशेष बैठक आयोजित की गई। इसमें विभागीय अधिकारियों, एल.पी.जी. वितरकों, गैस कंपनियों के प्रतिनिधियों, और अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया। इस दौरान एलपीजी के रिसाव से हो रही दुर्घटनाओ पर अंकुश लगाने के लिए महत्वपूर्ण दिशानिर्देश दिए गए।


इन निर्देशों का करना होगा पालन


1. सिलेण्डर की जांच अनिवार्य: एल.पी.जी. सिलेण्डरों की लिकेज जांच तकनीकी सहायकों द्वारा की जाएगी। लिकेज मिलने पर सिलेण्डर की आपूर्ति रोक दी जाएगी।


2. सुरक्षा उपकरणों का उपयोग: उपभोक्ताओं के गैस सिलेण्डर, पाइप और रेगुलेटर की जांच कर, मानक के अनुसार न होने पर उन्हें बदलने के निर्देश दिए गए।


3. आकस्मिकता से निपटने की तैयारी: मेला क्षेत्र में तकनीकी सहायकों की टीमों को तैनात किया गया है, जो किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई करेंगी।


4. गैस आपूर्ति का नियमन: मेला क्षेत्र में अधिकतम 100 किग्रा गैस तक ही भण्डारण की अनुमति होगी। हर आपूर्ति वाहन का पूरा विवरण कार्यालय में उपलब्ध कराया जाएगा।


घरेलू गैस के दुरुपयोग पर सख्ती


गोष्ठी में यह भी निर्णय लिया गया कि घरेलू गैस का दुरुपयोग या अनधिकृत सिलेण्डरों की बिक्री पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।


सुरक्षित महाकुम्भ की प्रतिबद्धता


खाद्य एवं रसद विभाग ने सभी एल.पी.जी. वितरकों और अधिकारियों को मेला क्षेत्र में गैस आपूर्ति की निगरानी और सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया। बैठक में यह तय किया गया कि नियमों के उल्लंघन पर संबंधित एजेंसियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई होगी।


बैठक में प्रमोद शर्मा, सीएफओ कुम्भ एवं सुनील कुमार खाद्य एवं रसद अधिकारी मौजूद रहे।


 

मीडिया सेंटर महाकुंभ प्रयागराज में खुला यूपी का पहला डबल डेकर बस रेस्टुरेंट

उपवास की भी मिलेगी थाली



कुंभनगरी प्रयागराज में सोमवार को उत्तर प्रदेश के पहले डबल डेकर बस रेस्टुरेंट का मीडिया सेंटर में उद्घाटन हुआ। पम्पकिन नाम के इस् रेस्टुरेंट में महाकुंभ 2025 की झलक देखने को मिलेगी। इस् ख़ास रेस्टोरेंट के नीचे के तल में रसोई और प्रथम तल पर रेस्टुरेंट है। एक साथ 25 लोग बैठ कर शुद्ध शाकाहारी व सात्विक खाने का लुफ़्त ले सकते है। डबल डेकर बस फ़ूड कोर्ट के फाउंडर मनवीर गोदारा ने बताया कि पम्पकिन ब्रांड की लांचिंग कुंभ मेले से की जा रही है,आने वाले समय मे इसे काशी,मथुरा ,अयोध्या आदि धर्मिक स्थलों पर शुरू किया जाएगा। पम्पकिन में खाने का रेट आम श्रद्धालुओँ के बजट के अनुसार रखा गया है। इस खास रेस्टुरेंट में खास मौके पर उपवास का खाना भी मिलेगा। मीडिया सेंटर में स्थापित में इस फ़ूड कोर्ट में मीडिया कर्मियों को खाना रियायती दर पर मिलेगा।

बस के अंदर एवं बाहर लगी एलईडी स्क्रीन पर कुंभ से संबंधित संबंधित फिल्मों का भी प्रदर्शन होगा।


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