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यूपी का प्रशासनिक अमला जिधर चाहता है उधर टोपी घुमाता है – Chief Minister Yogi को कन्फ्यूज कर जनता की बढ़ाई समस्या



योगी आदित्यनाथ ने खुशियों में बदले दुख के आंसू


मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद पंतनगर, इंद्रप्रस्थनगर, रहीमनगर के लोगों के दिल से निकली आवाज- योगी हैं तो यकीन है


महिलाएं बोलीं- जब यूपी पर बाबा की छांव है तो दूर हर जख्म और घाव है


तकलीफ लेकर 5 केडी पहुंचे फरियादी, वापस घर की तरफ सीएम योगी को दुआएं देते निकले


महीनों की तकलीफ, पल भर में हुई दूर




अधिकारियों का खेला


लखनऊ, 16 जुलाईः राजधानी लखनऊ में कई इलाके ऐसे हैं जहां भूमाफियाओं ने सरकारी अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ मिल कर अवैध को वैध बनाने का खेल खेला। यह सिलसिला कई दशकों से चल रहा है। क्या नदी, क्या नाला-नहर और तालाब , बढ़ती आबादी के दबाव के साथ जब लोगों को घरों की जरुरत लगी तो सही गलत का फर्क खत्म कर सिर्फ जेब भरी गई। जिसका खामियाजा आज लखनऊ की बड़ी आबादी को झेलना पड़ रहा है।


किसान पथ पर मस्जिदें तैयार


पिछले दो तीन साल से लखनऊ के चारों ओर किसान पथ का निर्माण चल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहते रह गए लेकिन बिल्डर्स ने प्लाटिंग कर डाली। सिर्फ इतना ही नहीं जहां दशकों से खेती हो रही थी वहां सड़क बनते ही बड़ी-बड़ी मस्जिदें खड़ी हो गई हैं। पूरे देश को चिकननेक बनाने का सपना देखने वालों ने योगीराज में अपनी रफ्तार कायम रखी है।


बड़ी बात यह है कि कुकरैल नदी के विकास में उन घरों और जमीनों पर कोई निशान ही नहीं लगा जहां मुस्लिम आबादी का सबसे बड़ा अवैध कब्जा है और कही मस्जिद तो कहीं कब्रिस्तान तान दिया गया है। लाल निशान ज्यादातर ऐसी इलाकों में लगाए गए जहां हिंदू आबादी ज्यादा है। जाहिर है जब इतनी बड़ी आबादी प्रभावित होगी तो मुख्यमंत्री तक पहंचने का प्रयास करेगी, परंतु मुख्यमंत्री से मुलाकात तभी हो सकती है अधिकारी चाहें...इसमें शायद ही किसी को संदेह हो।


यानी यूपी का प्रशासनिक अमला अपनी परंपरा का पालन करते हुए चित भी मेरी पट भी मेरी का खेल बखूबी खेल रहा है और मुख्यमंत्री को कन्फ्यूज करने में सफल है।



कहते हैं कि रोटी, कपड़ा और मकान इंसान की यही सबसे बड़ी जरूरत होती है। जब इस पर आंच आती है तो दिल रो पड़ता है। कुकरैल नदी पुनर्जीवन परियोजना से प्रभावित पंतनगर, इंद्रप्रस्थनगर, रहीमनगर के निवासी भी कई महीनों से घर उजड़ने जैसी ऐसी अफवाह को लेकर परेशान थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब 'अपने परिवार' (यूपी) पर संकट के बादल देखे तो मंगलवार सुबह पीड़ितों को अपने आवास बुला लिया। इस दौरान सीएम योगी का मानवीय चेहरा फिर से दिखा तो लोगों को बड़ी राहत भी मिल गई। फरियादी जब 5केडी पहुंचे तो आंखों में दुख के आंसू थे, लेकिन जब एक घंटे बाद वे अपने घरों की तरफ बढ़ने लगे तो यह आंसू खुशियों में बदल गए। महज कुछ पल के भीतर ही योगी आदित्यनाथ के लिए चहुंओर दुआओं के बोल उमड़ पड़े। कुछ लोगों ने तो यहां तक कहां कि जब तक यूपी पर बाबा की छांव है तो हर यूपीवालों से दूर हर जख्म और घाव है।


महीनों की तकलीफ, पल भर में हुई दूर


पंत नगर की रहने वाली निशा झा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमें बुलाया और सारी बातें सुनीं। सीएम ने आश्वासन दिया कि यदि रजिस्ट्री है तो आप प्रभावित नहीं होंगे। इस पर भी ध्यान देंगे कि आखिर दहशत का माहौल क्यों है। हमें आश्वासन दिया कि हमारा घर नहीं जाएगा। मेरे पास सीएम के आभार के लिए शब्द नहीं है। छोटे बच्चों को लेकर टेंशन था कि आखिर इन्हें कहां लेकर जाएंगे। इस चिंता में एक सप्ताह से खाना तक नहीं खाया है पर सीएम योगी ने एक झटके में हमारी समस्या का समाधान कर दिया।


सीएम ने जो समाधान दिया, इससे बेहतर कुछ नहीं


इंद्रप्रस्थ नगर के अमित श्रीवास्तव ने कहा कि जिन भी अधिकारियों ने निशान लगाए हैं और भ्रम का माहौल फैलाया है। उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। किसी भी गरीब की न जमीन जाएगी और न ही घर टूटेगा। ऐसी व्यवस्था बनाई जाएगी कि भविष्य में बाढ़ का पानी मोहल्ले में न जाए। अफसरों को निर्देश है कि आप लोग नदी का विकास करें, लेकिन किसी का मकान या जमीन न जाए। किन्ही कारणों से ऐसा होता है तो उचित मुआवजा भी दिया जाए। सीएम ने सारे निशान को मिटाने का आदेश दिया है। इससे हमारे जैसे हजारों लोगों को संतुष्टि मिली है। पूरा इलाका योगी जी को धन्यवाद दिया। इससे बेहतर समाधान नहीं हो सकता।


सीएम के धन्यवाद के लिए शब्द भी कम


रहीम नगर की गुंजन शुक्ला ने योगी जी का तहेदिल से शुक्रिया किया। बोलीं कि उन्होंने हमारा साथ दिया। हमारे बच्चे और परिवार का भी ख्याल रखा। सीएम के धन्यवाद के लिए शब्द भी कम हैं। हमारा घर बच गया, यही हमारे लिए सबसे खुशी की बात है। माननीय मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि नागरिक परेशान न हों, अफवाह फैलाने वालों की सूचना स्थानीय प्रशासन व शासन को उपलब्ध कराई जाए। सीएम ने समस्या का निराकरण किया। भविष्य में नदी के पानी से लोग प्रभावित न हों, इसकी भी कोशिश की जाएगी।


समय-समय पर योगी ने पोछे हैं पीड़ितों के आंसू


यह पहला अवसर नही हैं, जब सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीड़ितों के आंसू पोछे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर्वदा यही कहा है कि बुलडोजर सिर्फ माफिया व अपराधियों के लिए है। कभी-कभी गरीबों, आमजन, पीड़ित, व्यापारी, कमजोर की झोपड़ी, मकान और दुकान पर यह बुलडोजर नहीं चलेगा। सीएम ने यह भी कहा कि किसी भी गरीबों को हटाने से पहले उनकी समुचित व्यवस्था भी की जाए। प्रयागराज में माफिया की जमीन पर बुलडोजर चलाकर इसे खाली कराया तो इस पर 76 से अधिक परिवारों को सिर ढकने के लिए छत भी मुहैया कराई।



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